बीते समय में देश के कई राज्यों ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की फिजिकल परीक्षाएं रद्द करने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी. इसपर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा. करीब 15 राज्यों के विद्यार्थियों ने 10वीं और 12वीं के छात्रों बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक वैकल्पिक मूल्यांकन की मांग अदालत के सामने रखी है.
पिछले साल सीबीएसई, आईसीएसई और अन्य राज्य बोर्डों ने कोरोना महामारी को मद्देनजर रखते हुए, वैकल्पिक मूल्यांकन मापदंडों के आधार पर छात्रों का मूल्यांकन करने का निर्णय लिया था. इसके तहत छात्रों का मूल्यांकन आंतरिक परीक्षा और बोर्ड द्वारा तैयार किए गए एक मानक के आधार पर किया गया था. इस साल कई छात्र वैसे ही मापदंडों और मूल्यांकन की मांग कर रहे हैं. इसकी सुनवाई बुधवार को करने के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है.

कोविड-19 को कारण बताते हुए सीबीएसई, आईसीएसई और अन्य राज्य बोर्डों ने ऑफलाइन परीक्षाओं को रद्द करने की मांग सुप्रीम कोर्ट के सामने रखी है. ज्ञात हो कि इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ए .एम खानविलकर की पीठ करेगी. बता दें कि सीबीएसई ने कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की तारीख का ऐलान कर दिया है. बोर्ड परीक्षाएं अप्रैल में आयोजित होंगी. वहीं आईसीसी ने कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा अप्रैल के अंतिम सप्ताह में आयोजित करने का निर्णय लिया है. परीक्षा की तारीख की घोषणा होने के बाद से ही कई राज्यों में फिजिकल एग्जाम्स को कैंसिल करने की मांग की जा रही है.