अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने देश से भूख मिटाने के लिए काम के बदले भोजन योजना शुरू की है. योजना के तहत अफगानिस्तान में मजदूरी के बदले गेहूं मिलेगा. इस योजना के अंतर्गत 55 टन गेंहू तालिबान के द्वारा बांटा जाएगा.
इसके तहत केवल उन्हीं श्रमिकों को काम मिलेगा, जो इस सर्दी के मौसम में बेरोजगारी के कारण भुखमरी का शिकार हो सकते हैं.
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि यह योजना अफगानिस्तान के सभी प्रमुख शहरों में लागू की जाएगी. इससे अकेले काबुल में 40 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा और बेरोजगारी खत्म करने में यह बड़ा हतियार साबित होगा.
तालिबान ने कहा कि काम के बदले भोजन योजना का लाभ उन श्रमिकों को नहीं मिलेगा जो पहले से ही व्यापार में लगे हुए हैं. योजना के तहत काबुल में 11,600 टन गेहूं बांटा जाएगा. जबकि हेरात, जलालाबाद, कंधार, मजार-ए-शरीफ और पुल-ए-खुमरी में 11,600 टन गेहूं को बांटा जाएगा.
अफगानिस्तान में भुखमरी का खतरा है और तालिबान सरकार इस योजना को लाकर स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही है. तालिबान सरकार के कृषि मंत्री अब्दुल रहमान राशिद और काबुल के मेयर हमदुल्ला नोमानी ने गुलाबी रिबन काटकर योजना का उद्घाटन किया.