साल के पहले ही दिन जम्मू-कश्मीर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर से एक दुखद खबर सामने आयी है. माता वैष्णो देवी भवन में भगदड़ मच गई. घटना में 12 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. जबकि घायलों की संख्या 13 बताई जा रही है. घटना बीती रात लगभग 2 और 3 बजे के बीच मची. हादसे की वजह कुछ नौजवानों में हुई बहस को बताया जा रहा है जिसके बाद भगदड़ मच गई थी.
प्रारंभिक सूचना के मुताबिक, माता वैष्णो देवी भवन के गेट नंबर तीन पर किसी बात पर बहस को लेकर श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को धक्का दिया जिसके बाद लोग भागने लगे. इस विवाद के चलते भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई और 12 लोग मारे गए. बताया जा रहा है कि मृतकों और घायलों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है. मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचा दिया गया है. हादसे के बाद यात्रा कुछ देर के लिए रोकी गई थी, भगदड़ का मामला सामान्य होने के बाद वैष्णो देवी की यात्रा दोबारा शुरू कर दी गई है.
खबरों के मुताबिक, कुछ चश्मदीदों का कहना है कि वहां भीड़ बहुत अधिक थी. दर्शन के लिए जाने वाले और दर्शन करके निकल रहे लोगों में धक्का-मुक्की हो रही थी. उनका यह भी कहना है कि रास्ते में उनकी पर्ची की कहीं जांच भी नहीं हुई. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों और श्राइन बोर्ड कर्मियों की कमी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में मारे गए लोगो के प्रति संवेदना व्यक्त की है. प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि मारे गए श्रद्धालुओं के परिजनों को 2 लाख रुपए दिए जाएंगे और घायल हुए लोगों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे. वहीं जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों के लिए 2 लाख रुपये देने की घोषणा की है.