दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में एक बार फिर खुले मे नमाज़ पढे जाने को लेकर विवाद तेज हो गया है. गुरुग्राम के सेक्टर 37 में आज शुक्रवार को नमाज पढ़ रहे लोगों का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. हिंदू संगठनों के लोगों ने नमाज़ियों के सामने धार्मिक नारे लगाए. हालांकि, इस दौरान पुलिस ने नमाज का विरोध कर रहे लोगों को जबरन वहां से हटा दिया.
जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम के सेक्टर 37 में नमाज वाली जगह पर मुस्लिम समुदाय के लोग जुटे थे. वहां लोग नमाज अदा करना चाहते थे. इसी बीच कुछ लोग वहां पहुंच गए और विरोध जताना शुरू कर दिए. बताया जा रहा है कि लोगों ने वहां पर धर्म विशेष के नारे भी लगाए. कुछ देर के लिए वहां पर अफरातफरी का माहौल रहा. खबरों की मानें तो पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया है.
गौरतलब है कि खुले में नमाज के विरोध का यह कोई पहला मामला नहीं है. गुरुग्राम में खुले में नमाज का पिछले 3 महीने से विरोध चल रहा था. अक्टूबर महीने में भी सेक्टर 47 में खुले में नमाज पढ़ने के विरोध में कुछ स्थानीय लोगों ने नमाज स्थल के पास विरोध जताया था. मामले की जानकारी मिलते ही भारी पुलिस बल के साथ वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए. उन्होंने विरोध करने वालों को समझाने का प्रयास किया. स्थानीय लोगों का कहना था कि जब तक खुले में नमाज पढ़ने पर रोक नहीं लग जाती तब तक उनका विरोध जारी रहेगा.
इस मामले में हिंदू संगठनों का कहना है कि वह नमाज पढ़ने के विरोधी नहीं हैं बशर्ते इसे उचित स्थान पर पढ़ी जाए. इसके लिए मस्जिदें हैं. यदि वहां नहीं जा पा रहे हैं तो अपने घरों में पढ़ें. सार्वजनिक स्थान इसके लिए किसी भी प्रकार से उचित नहीं है. वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि प्रशासन से हमारी अनुरोध है कि या तो हमें ज़मीन दे दें, जिससे हम मस्जिद बना सके या बंद किए गए मस्जिदें खोल दी जाए तो हमें खुले में नमाज पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब देखना यह है कि आखिर कब तक दो धर्मों के बीच इस प्रकार का विवाद चलता रहेगा? किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए प्रशासन को जल्द से जल्द उचित और स्थायी समाधान निकालना चाहिए. ताकि दोनों धर्मों के बीच आपसी सौहार्द बना रहे.