एनसीबी के जोनल ऑफिसर समीर वानखेड़े के पिता ध्यानदेव कचरुजी वानखेड़े ने महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक द्वारा लगातार फैलाए गए अफवाहों से परेशान होकर उनके खिलाफ मानहानि का केस ठोक दिया. ज्ञात हो कि नवाब मलिक ने पिछले महीने आर्यन खान क्रूज ड्रगस मामले के खुलने के बाद से ही समीर वानखेड़े पर निशाना साधा हुआ है. मलिक द्वारा कई दिनों से वानखेड़े पर फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाने का आरोप भी लगाया जा चुका है.
वानखेड़े के लिए लड़ रहे वकील अरशद शेख का कहना है कि नवाब मलिक वानखेड़े के परिवार पर लगातार फ्रॉड होने का इल्जाम लगा रहें हैं और उनके धर्म को मुस्लिम साबित कर उनकी धार्मिक मान्यताओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं. इस कारण ध्यानदेव की बेटी यास्मीन के करियर पर भी प्रभाव पड़ रहा है, जो कि पेशे से एक वकील है.
उनका यह भी कहना है कि मलिक ने वानखेड़े और उनके पूरे परिवार के सदस्यों के नाम, चरित्र, प्रतिष्ठा और सामाजिक छवि पर सवाल उठाकर उनको अपूरणीय धाति प्रदान की है. इंडिया टुडे को रिपोर्ट के अनुसार अर्जी में ध्यानदेव ने मलिक, उनके पार्टी के सदस्यों और उनके निर्देशों पर कार्य करने वाले बाकी सभी लोगों को कि उनके और उनके परिवारवालों के कुछ भी लिखने और मीडिया में अपनी राय देने से रोकने के लिए आदेश की माँग की है.
यहाँ तक की अंतरिम राहत के लिए उन्होंने अपने और परिवार के खिलाफ बदनाम करने के लिए लिखे गए सारे आर्टिकलों, ट्वीटस, इंटरव्यूज वगैरह को डिलीट करने के लिए आदेश देने की भी मांग की है. उनकी इस अर्जी में यह भी उल्लेख किया गया है कि वानखेड़े परिवार के खिलाफ बना यह पूरा मामला इस साल जनवरी में नवाब मलिक के दामाद को हिरासत में लेने के बाद शुरू हुआ था.
ध्यानदेव ने नवाब मलिक से ने उनकी मानहानि करने के लिए हर्जाने के रूप में उनसे 1.25 करोड़ रुपये की मांग भी की है. वानखेड़े ने यह अर्जी छुट्टियों के समय दर्ज कराई है. उनकी इस याचिका पर सोमवार को सुनवाई की जाएगी. खबर आ रही है कि नवाब मलिक ने भी आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने का ऐलान किया है.