कल यूपी के गोरखपुर के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर को करीब 9,600 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी. इस कार्यक्रम के दौरान जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला. प्रधानमंत्री मोदी ने सपा पर निशान साधते हुए लाल टोपी वाले को यूपी के लिए रेड अलर्ट बताया. इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी पलटवार किया. अखिलेश ने कहा, जहाँ खाई, वहाँ भाजपाई. अब लाल का इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जैस-जैसे पास आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक बयानबाजी भी गरम होते जा रही है. बीते दिनों प्रधानमंत्री मोदी और अखिलेश यादव एक दूसरे पर तंज़ कसते हुए चर्चा में बने रहे. गोरखपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सपा पर तंज़ कसते हुए कहा कि लोहिया और जयप्रकाश नारायण के संस्कारों को ये लोग कब का छोड़ चुके हैं. आज पूरा यूपी जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है. इन्हें सत्ता से मतलब रहा है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने उन्हें जेल से छुड़ाने के लिए. लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं. यानी खतरे की घंटी हैं.
वहीं पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने मेरठ में एक जनसभा में कहा, जो पैदा करे एक दूसरे में खाई, समझना वही है भाजपाई. इस बार पश्चिम में बीजेपी का सूरज नहीं उगेगा. यहां के किसानों और युवाओं ने मिलकर भाजपा को भगाने का फैसला लिया कर लिया है. भाजपा किसानों के हक में फैसला नहीं करना चाहती है. उन्होंने आगे लाल बत्ती पर कहा कि कम से कम प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि पूर्वांचल एक्सप्रेस का उद्धाटन किसने किया, जीप से कुचले जाने वाले किसानों को न्याय कब मिलेगा ?
इसके बाद अखिलेश ने ट्वीट कर के भी भाजपा पर निशाना साधा. ट्वीट में अखिलेश ने लिखा, बीजेपी के लिए ‘रेड अलर्ट’ है महंगाई का, बेरोजगारी-बेकारी का, किसान-मजदूर की बदहाली का, हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीड़न का, बर्बाद शिक्षा व्यवस्था, व्यापार व स्वास्थ्य सेवाओं का और ‘लाल टोपी’ का क्योंकि वही इस बार बीजेपी को सत्ता से बाहर करेगी. लाल का इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा.