रूस-यूक्रेन विवाद में अमेरिका ने हस्तक्षेप किया है. अमेरिकी खुफिया विभाग के सूत्रों के दावे के अनुसार रूसी टैंक यूक्रेन की ओर बढ़ने लगे हैं. इन सूत्रों के अनुसार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी बलों को यूक्रेन पर हमले का आदेश दे दिया है. अमेरिकी खुफिया विभाग कह रहा है कि हमले की अंतिम योजना पर काम चल रहा है.
इस योजना के तहत रूस, मिसाइल और हवाई हमले से पहले साइबर हमले से शुरुआत करेगा. फिर सेना की जमीनी टुकड़ियां यूक्रेन के शहरों पर कब्जा करेंगी. रूस की अग्रिम पंक्ति की सेना के वाहनों, टैंकों पर पेंट से जेड अक्षर बनाया गया है और ये टैंक यूक्रेन सीमा की ओर बढ़ते दिख रहे हैं.
ऐसे निशान युद्ध के दौरान मित्र और शत्रु की पहचान करने के लिए बनाए जाते हैं. यूक्रेनी विश्लेषकों का दावा है कि यूक्रेन के पास भी रूस की तरह के ही टैंक और वाहन हैं इसलिए अपनी ही सेना की गोलाबारी से बचने के लिए ये निशान बनाए गए हैं. वाहनों पर इस तरह के निशान बनाने की शुरुआत पहले खाड़ी युद्ध के दौरान अमेरिकी और ब्रिटिश सेनाओं ने की थी. तब उन्होंने एक दूसरे को निशाना बनाने से बचने के लिए वाहनों पर उलटा वी का निशान बना दिया था. मतलब कि रूस-यूक्रेन विवाद को वैश्विक रूप देने कि कोशिश हो रही है.
इस बीच अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा है कि यूरोप में युद्ध की आशंका वास्तविक है. उन्होंने यह भी कहा कि रूसी अतिक्रमण की स्थिति में अमेरिका रूस पर अब तक के कुछ सबसे बड़े प्रतिबंध लगाएगा. अब ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या रूस-यूक्रेन विवाद वैश्विक युद्ध की शुरुआत करेगा? या विवाद को बिना युद्ध के हल कर लिया जाएगा?