संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर लखीमपुर खीरी हिंसा को पूर्वनियोजित साज़िश बताया.
किसान नेता दर्शनपाल ने कहा कि लखीमपुर खीरी मे हुई किसानों के खिलाफ हिंसा गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके पुत्र आशीष मिश्र मोनू की सोची समझी साजिश हैं. वे गाड़ी से रौंदकर किसान और उमके आंदोलन को आतंकित करना चाहते हैं.
किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि केंद्र कि मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों के खिलाफ दमनकारी नीति अपनाया है. उन्होंने कहा कि हम केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ़्तारी की मांग करते हैं. ‘
दिल्ली स्थित प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस योगेंद्र यादव ने कहा कि अजय मिश्रा को मंत्री को मंत्री पद से हटा दें चाहिए और उनको गिरफ़्तार करना चाहिए.
प्रेस कॉन्फ्रेस करके लखीमपुर खीरी मे किसानों के खिलाफ हिंसा के घटना पर आगे की रणनीति भी सामने रखी गयी.
योगेंद्र यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान आंदोलन मे आगे की रणनीति के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि 12 अक्टूबर को अंतिम अरदास पर शोक समारोह का आयोजन करेंगे. यह आयोजन उसी जगह पर होगी जहां पर लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना हुई. किसान मोर्चा ने देशभर के किसानों से कहा कि 12 अकटूबर को 12 बजे तिकुनिया पहुचने को कहा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगेंद्र यादव ने आगे कहा कि जो किसान तिकुनिया नहीं पहुंच सकते वे गुरुद्वारे जाकर और शाम को पांच मोमबत्ती जलाएं. उन्होंने कहा कि शोक सभा शाहिद हुए चार किसानों और एक किसान पत्रकार की मौत पर शोक रखनेके लिए की जा रही है. उसी जगह से 12 बजे किसानों की अस्थियां लेकर कलश यात्रा शुरू होगी, और यह यात्रा 12 अक्टूबर से 24 अक्टूबर चलेगी. कलश उत्तर प्रदेश के प्रत्येक ज़िले में ले जाएगा और विसर्जित किया जाएगा. साथ ही उन्होने आगे कहा कि इस अस्थि कलश को देश के प्रत्येक राज्य मे ले जाया जायेगा. उन्होंने आगे बताया कि दशहरे दिन अहंकार को नष्ट करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया जाएगा.
प्रेस को बताया कि 18 अक्टूबर को सुबह दस से चार बजे तक देश में हर जगह रेल रोकेंगे. 26 अक्टूबर को हम उत्तर प्रदेश कि राजधानी लखनऊ में किसान महापंचायत का आयोजन करेंगे. योगेंद्र यादव ने कहा कि हमारा आगे का कार्यक्रम कैसा रहेगा यह इस ब पर निर्भर है कि 11 तारीख़ तक हमारी मँगो पर किस तरह अमल हो रहा हैं.