प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को रोम में जी -20 शिखर सम्मेलन सत्र को संबोधित करते हुए जोर देकर कहा कि डब्ल्यूएचओ को भारत के टीकों को ‘जल्द से जल्द’ मंजूरी देनी चाहिए.
आगे प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ने में सभी देशों की सहायता करने के लिए सक्षम है और अगले साल में 5 अरब से अधिक कोविड वैक्सीन का उत्पादन करने के लिए भी तैयार है. भारत की यह प्रतिबद्धता कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में काफी मददगार साबित होगी.
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने प्रधानमंत्री के हवाले से जी20 देशों से भारत को कोविड-19 के बाद के दौर में आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने में भागीदार बनाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि भारत कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद दुनिया के लिए एक विश्वसनीय भागीदार बना हुआ है.
साथ ही प्रधानमंत्री ने “कॉरपोरेट टैक्स के फैसले, एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” के विचार तथा भारत के साहसिक आर्थिक सुधारों के बारे में भी बात की.