चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ताईवान पर हमला करके उसे हासिल करने के बारे में काफी दृढ़ता के साथ सोचना शुरू कर दिया है. मगर क्या ये उनके लिए इतना आसान होने वाला है?
शी जिनपिंग की बढ़ती धमकियों और दावों के उत्तर में ताईवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने कहा है कि अगर चीन ने ताईवान पर अपना नियंत्रण बनाने का प्रयास किया तो इन दोनों के बीच के युद्ध के परिणाम विनाशकारी साबित हो सकते हैं.
वह कह रही हैं कि चीन की ये चेतावनियां व दावे महज उसकी आक्रामकता है. साई इंग वेन ने हाल ही में फाॅरन अफेयर्स पत्रिका में एक लेख लिखा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि चीन ने घुसपैठ करते हुए ताईवान के हवाई क्षेत्र मेें 38 लड़ाकू विमानों को दाखिल किया था.
ताईवान के प्रधानमंत्री सु सेंग चांग ने कहा कि चीन की इस हमलावर बर्ताव से ताईवान को खतरा है और उन्हें सतर्क रहने की आवश्यकता है. ताईवान के अलावा और भी कई देशों के सरकारों के हिसाब से भी यह चीन की आक्रमकता और आक्रोश ही हैं, जो उसे ताईवान के ऊपर हावी होने की ओर ले जा रहे हैं. अगर चीन के यह गति कायम रहेगी तो ताईवान और चीन के बीच होने वाले युद्ध के कारण भारी तबाही मचेगी.