योगेंद्र यादव को संयुक्त किसान मोर्चा ने एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है. लखीमपुर खीरी में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता के घर जाने को निलंबन का कारण बताया जा रहा है.
योगेंद्र यादव ने अपनी प्रतिक्रिया में बयान जारी करते हुआ कहा था कि “मैं भारतीय किसान मोर्चा की सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रिया का सम्मान करता हूं और इस प्रक्रिया के तहत दी गई सजा को सहर्ष स्वीकार करता हूं. मैं इस ऐतिहासिक किसान आंदोलन की सफलता के लिए पहले से कहीं अधिक लगन से काम करना जारी रखूंगा.”
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अब इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि “यह कमेटी का फैसला है. वे पढ़े-लिखे आदमी हैं. उन्हें एक किताब लिखनी है, उसके लिए उन्हें वक्त चाहिए था, इसलिए वे एक महीने की छुट्टी पर गए हैं.”
ज्ञात रहे कि लखीमपुर खीरी हिंसा में 4 किसान और 1 पत्रकार समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले के मुख्य आरोपी केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पुलिस हिरासत में है.